ये तेरा अंदाज़ नहीं है !

मैं नौकरी में हूँ, मेरी कोई आवाज़ नहीं है
ये ज़बान है मेरी मगर अल्फ़ाज़ नहीं है !

तू किसी के कहे से खुद को मत बदल गुलशन
तुझे मालूम है के, ये तेरा अंदाज़ नहीं है !


Comments

Popular posts from this blog

नही होतीं हमारे से

मेरे इश्क में रब है !

अब नारी की बारी है !